कुछ दिल से - ZorbaBooks
कविता संग्रह

कुछ दिल से

Languages Hindi
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Description

कुछ दिल से

कविता संग्रह

 

“कुछ दिल से” मेरी पहली एकल हिंदी कविता संग्रह है। मैं मूल रूप से बंगाली हूँ, और मेरी मातृभाषा बांग्ला है। लखनऊ में पैदा होने के कारण हिंदी भाषा से मुझे हमेशा प्यार रहा है । मेरी हिन्दी भाषा को मेरे शिक्षकों द्वारा विकसित और पॉलिश किया गया है। हिंदी में मेरी रुचि पैदा करने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूँ।

यह कविता संग्रह मेरे हिंदी शिक्षकों को समर्पित है। मैं विशेष रूप से श्रीमती संतोष वशिष्ठ(जम्मू) और श्रीमती रूद्रा(लखनऊ)के नामों का उल्लेख करना चाहूँगी, जिन्होंने मेरे प्रारंभिक वर्षों के दौरान भाषा और उसकी बारीकियों को समझने में मेरी मदद की।

यह संग्रह ‘कुछ दिल से मेरे दिल से निकले कुछ शब्द हैं, जिन्हें मैंने कविता रूपी माला में पिरोकर आपके सम्मुख प्रस्तुत किया है। इसमें मैं और मेरी भावनाएँ हैं, मेरी प्रेरणाएँ हैं, सूरज की रोशनी, रात, बसंत और माँ के साथ-साथ और भी बहुत कुछ है।
मुझे उम्मीद है कि मेरे पाठक इसे पढ़ेंगे, सराहेंगे, और साथ ही भारतीय भाषाओं के सभी लेखकों की भी सराहना करेंगे, जो हमारी भाषाओं को बढ़ावा देने और विकसित करने में कार्यरत हैं।
मुझे विश्वास है कि मेरे पाठक मेरी कविताओं को पसंद करेंगे और मुझ पर अपना प्यार बरसाते रहेंगे।

About the Author

डॉ.मधुमिता भट्टाचार्जी नैयर, द्विभाषी लेखिका हैं। वे रेडियो एवं टेलीविज़न में ऐन्कर रह चुकी हैं और वे एक कवयित्री एवं लेखिका होने के साथ-साथ एक एडिटर/कॉपीराइटर, ब्लॉगर, लाईफ़ स्किल्स काऊन्सेलर व सामाजिक टीकाकार भी हैं। औरतों व बच्चों के साथ काफी काम करती हैं।उनकी कविताएँ, लेख व कहानियाँ, कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं, अख़बारों, वेब पत्रिकाओं व कई संकलनों में प्रकाशित हुई हैं। अंग्रेज़ी कविताओं का उनका अपना संकलन दी नाईट जैस्मीन एंड अदर लव पोयम्स भी काफी पसंद किया गया।

आजकल वे अल्ज़ाइमर की जागरूकता फैलाने और देखभाल करने वालों(केयर गिवर्स), ख़ासकर मानसिक रोगियों की देखभाल करने वालों के लिए एक मजबूत समर्थन प्रणाली बनाने के लिए काम कर रही हैं। ‘कुछ दिल से’ उनका पहला एकल हिन्दी काव्य संकलन है जिसमें उन्होंने अपने दिल के कुछ जज़्बात और अपने जीवन दर्शन को अपने पाठकों तक पहुँचाने की कोशिश की है। इन कविताओं से पता चलता है कि वे जीवन के हर पहलू के प्रति कितनी जागरूक हैं, और उनका कवि हृदय कितना भावुक व संवेदनशील है। उनके जीवन की हर तह में उतरकर, उनके भावों को समझना आप सभी पाठकों को बहुत भाएगा।
वे एक अदद पशु प्रेमी भी हैं और जीवन जीने का उनका सिद्धांत है –“जीवन को जियो और उससे अटूट प्रेम करो।’’

To read Poems in Hindi

 

 

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