बनजारण को बसेरा मिल गया - ZorbaBooks

बनजारण को बसेरा मिल गया

तुझे  देखा  तो  इस  बनजारण  को बसेरा  मिल गया

तेरे  ख्वाबों  मे  खोई  ना  जाने  कब  सवेरा  हो  गया

तू  अक्सर  पूछता  है  ना  कि  हम  कौन  है  तुम्हारे

कैसे  समझाऊँ  तुझे  कि  तू  मिला  तो  इस  बहती हवा  को  भी  ठहरने  का  इशारा  मिल  गया  ।


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Amrita Roy