Sargam
जिंदगी की सरगम पर,
किसको गाना आया हैं,
इसने तो अपनी हर ताल पर
यूँ ही नचाया हैं,
बेवक़्त ही सही हरदम
पायलों सी छन छन करती हैं,
कभी ख़ुशी के तो कभी गम के
नग़मे सुनाती है,
हाँ यही तो है जिंदगी
जो हर वक़्त नया गीत सिखाती है।
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