कान्हा
श्याम रंग श्याम तुम
मोर पंख सिर पर लिए
ग्वाल बाल पाल तुम।
बंसी की धुन पे मुग्ध
राधा के श्याम तुम।
मीरा दीवानी के
गिरधर गोपाल तुम।
रूक्मिणी के स्वामी
सत्यभामा के प्राण तुम।
गोपी संग रास खेले
मोहना श्याम तुम।
देवकी के जाये
यशोदा के बाल तुम।
अंश वासुदेव का
नंद के लाल तुम।
मथुरा में जन्मे
वृन्दावन की शान तुम।
सुदामा के प्यारे
माखनचोर धनश्याम तुम
(मंजु)