सबसे सीखो
शाम से ढलना मत सीखो,
सूरज से तुम उगना सीखो।
ठहरो मत जिंदगी के सफर में,
धीरे ही सही पर चलते रहना सीखो।
पेड़ों से तुम सीखो दान,
पर्वत जैसे बनो महान।
नदियों की चंचलता लाओ,
आगे आगे बढ़ते जाओ।।
Discover more from ZorbaBooks
Subscribe to get the latest posts sent to your email.