राखी
आओ भईया राखी मनाये
तुम अपने घर बैठो मै घर बैठू
कलयुग का नवाचार निभाये
आओ भईया राखी मनाये
हाथों पर मेहंदी खूब रचाई
इस बार चलो सेनीटाईजर लगाये
क्या लाये लहँगा साड़ी
इस बार नया मास्क मंगाये
आओ भईया राखी मनाये
खूब खा लिए घेवर पूरी
काढा पी पी दिन बिताये
झूले की पीगे सावन के गाने
क्वारंटीनं में दिन बहलाये
आओ भईया राखी मनाये।।
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