जो तुम मिरा ये गजल पढ़तें हो..!
जो तुम मिरा ये गजल पढते हो और वाह- वाह करते हो..!
खुदा का इल्म नहीं साहेब , जिगर का दर्द है सा़हे़ब ..!
Discover more from ZorbaBooks
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
जो तुम मिरा ये गजल पढते हो और वाह- वाह करते हो..!
खुदा का इल्म नहीं साहेब , जिगर का दर्द है सा़हे़ब ..!
Subscribe to get the latest posts sent to your email.