गणतंत्र दिवस
न जाने आज कौन सा वो गौरववर्ष है
गणतंत्रता के 70 साल मना रहा ये भारतवर्ष है
इच्छा व उमंगों से भरा भरा नव वर्ष है
जम्मू से कन्याकु. तक हर्षोल्लास ही सहर्ष है ।
खुशी है, आज़ादी है गणतंत्रता का है ये पैग़ाम
4 घड़ी का वक्त बिखेरूं मैं उन सेनानियों के नाम
जिनकी बदौलत आज गणतंत्र हम सुबह शाम
और जश्न-ए-आज़ादी में न कोई रोक थाम।
2 साल 11 महीने 17 दिन लगे गणतंत्र बनाने में
भारत छू रहा है सफलता के मंत्र ज़माने में
सपनों का शहेर मुंबई बसा जहां वो महाराष्ट्र है
पूरे विश्व में सबसे निराला भारत वो राष्ट्र है
भारत को गणतंत्र ठहराया १०:१८ बजे
6 मिनट बाद ही पहले राष्ट्रपति सजे।
जश्न मनाने का आज का दिन ही बड़ा कम है
वीरों के परिवार कि आज भी होती आंखें नम हैं
बाघा पे वीरों के हौसले हो रहे बुलंद
दर्शकों को साथ ही वो दिला रहे आनंद ।
21 वीं शताब्दी का ये अब तो नया भारत है
इसके अनुसार विश्व युद्ध अब तो अकारथ है
ये भारत घर में घुसेगा भी और मारेगा भी
पाक के नक्सली को ढेर करेगा, कदापि न हारेगा भी ।
तिरंगे को शान में सबने तक माथा है।
इस तिरंगे से जुड़ी भारत की गौरवगाथा है
भारतमां की आं शान ही बड़ी गौरवशाली है
वीरों के साथ जन जन सींचे इसे बनके माली है
26 जनवरी को आज ही क्यूं बड़ा हर्ष है
जश्न मना रहा आज देखो वो तो भारत वर्ष है ।।
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