शायारी….
जिंदगी की वह खाली जगह
भले ही तुम ना भर पाओ
वो आप का फैसला हैं ..
मेरे हात में कहां….
मैंने तो भरी कलम से
मेरी डायरी के दो पन्नों में ही सही..
आपको , आपकी तारीफों को खूब लिखा है….
अब डर बस ये है
कि कहीं इसे पड़ने वाले ही
तुमसे मुहब्बत ना कर बैठे।।
🖤श्रावणी लिंगडे
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