होने लगी चुनावी मौसम की बात….
गर्मी का पारा,
जानवरों को नहीं मिल रहा आज भी चारा
राजनैतिक दल दिखा रहे भाई चारा हैं।
हो रही हैं उमस,
आशा हैं होगी बारिश
होने लगी 2022 विधान सभा चुनाव की बात हैं।
लग रहें हैं सूचना पट,
पता नहीं ओर कितने हो गएं छल कपट
मजबूत अर्थ व्यवस्था का बजट हैं,
हो रहें पास,नये-नये गज़ट ।दिख रहे हैं काले बादल,
बारिश से होगी दल-दल
रूठ कर छोड़ रहें हैं पुराने दलहोगा अब थोड़ा दल-बदल।
आ गया हैं अब पांच राज्यों में चुनावी मौसम,
प्रचार-प्रसार में दल,अब दिखायेगें अपना दम ।
निकल जाये बरसात,
सही होगी सड़क,न हो कोई गठ्ठेफ्री बिजली मिले,
लगेगें बिजली के लठ्ठे।
होने लगी चुनावी मौसम की बात,
गठजोड़ की बात होगी दिन-रात।बेरोजगार मांगे रोज़गार,फ्री के मुद्दे होगें मददगार।
जब आयेगा बसंत,
चुनावी मौसम का दिखने लगेगा अन्त।
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