पापा के सपने - ZorbaBooks

पापा के सपने

मैं पापा के आंखो में प्यार देखना चाहता हूं 

मैं पापा के सपनो को पूरा करना चाहता हूं 

मैं जिनकी उंगली पकड़कर चलना सीखा 

उनकी हौसला से उड़ान भरना चाहता हूं 

पिता जैसे दोस्त की हरदम सहारा चाहिए 

फिर रैकेट जितना ऊंचा उड़ना चाहता हूं 

विरासत में मिली मुझे जमीनों की सिवा सिर्फ संस्कार

अपनी मेहनत से दुनिया में चमकना चाहता हूं 

कुछ भी हो दुनिया में एक तरफा 

पिता का प्यार भरपूर पाना चाहता हूं

दुनिया इंजीनियर ए शायर, कलम का दीवाना कहता है

मैं पिता का गौरव, सर का ताज बनना चाहता हूं 


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Er. Vishal Maurya
Uttar Pradesh