Dandiya Night Prem kahani
Intro
सुरों में गूँजे कहानी, प्रेम की मीठी तान,
दिल मिले जब दो जहाँ, बन गया आसमान।
Verse 1
जी.एल. बजाज के गलियारों में, दिलों का हुआ दीदार,
तुमसे मिला तो लगा, जैसे पूरा हुआ संसार।
दूध और पानी सा रिश्ता, हर पल रंगीन,
तुम्हारे संग मेरा दिल, अब है सबसे करीब।
Chorus
तारे झिलमिल, आसमां मुस्काए,
हर लम्हा बस तेरा नाम लाए।
चाँद-सूरज जैसे संग नाचे,
तुम्हें देख दिल झूम जाए।
Verse 2
डांडिया रात थी वो सुहानी,
जैसे सपनों की कोई कहानी।
रंगीन रोशनी, कागज़ के फूल,
हर पल में समाए, वो प्यार के उसूल।
Bridge
जैसे ब्रह्मा की पूजा हो, जैसे शंकर का ध्यान,
दिल में बसी हो तुम, मेरी पूजा, मेरा मान।
हर दिन, हर रात, तुम्हारा ही ख्याल,
तुम बिन अधूरी है हर हाल।
Outro
अब तो ये दुआ है मेरी, हर जन्म में साथ हो,
तुम ही हो, मेरे दिल के हर बात हो।
प्रेम की ये गाथा रहे सजीव सदा,
दिलों का ये संगम, न टूटे कभी वादा।
– प्रवेश मौर्य
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