मेरा जीवन निखर जाए - ZorbaBooks

मेरा जीवन निखर जाए

तुझे देखूँ तो मेरी बातें भंवर जाए,

तेरी सूरत पे हर एक नजर ठहर जाए

कितनी मदहोश कर देने वाली तेरी हैं अदाएं,

मैं जब भी तुझे देखता हूँ, हर पल सँवर जाए

इतनी खूबसूरत कि हद से परे,

जितनी तारीफ करें, उतनी कम पड़ जाए

आसमान के तारे भी तुझसे रौशन नजर आते हैं,

पर चाँद फीका पड़ जाता है, जब तेरा चेहरा मुस्कुरा जाए

तेरे होठों की मुस्कान मेरे हर दर्द को मिटा देती है,

जैसे जीवन को नई राह और उम्मीद दिखाती जाए

चाय की वो प्याली खास बन जाती है,

जब तेरे साथ बैठकर उसे चखते जाए

ये दुनिया रोशन लगती है तेरे साथ चलते हुए,

तू हर कदम पर मेरे हौसले को नई उड़ान भरती जाए

“तेरे इश्क़ में खुद को भुला बैठे हैं,

अब तेरा नाम ही मेरी इबादत बन जाए।”

अब ठीक लगता है तुम से हम हो जाना,

तुम मेरी हो जाओ तो मेरा जीवन निखर जाए ।


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Er. Vishal Maurya
Uttar Pradesh