“बातां वोटा री” - ZorbaBooks

“बातां वोटा री”

वोटा रा दिन आया रे,

नेता रा फग फेरा लाया रे ||

         वोट लेबा न नेता भाग छ :,

         मजबूरी म गधा न बाप बनाव छ:

         गरीब रा टापरा म खाणो खावे छ :,

         खुद न फ़कीर बताव छ: ||

बड़ी बड़ी बातां सू लुभाव छ :,

लोग लुगाया न लालच देव छ :,

जीत जाव तो सब भूल जाव छ :,

जनता न भूल खुद सुख पाव छ : ||

        वोटा रा दिन आया रे,

        नेता रा फग फेरा लाया रे,

        जनता भोली छ:, बातां म आ जाव छ:,

        नेता रा असली रंग कोनी देख पाव छ:,

        नेता रा भाषण जनता मन बस जाव छ:,

        जीको फायदों वोट दिवस माय मिल जाव छ: ||

गलत वोट गलत आदमी री साथ ,

लोकतंत्र री कर छ: खड़ी खाट ,

सही वोट सही नेता री साथ,

खुशहाली संग विकास लाव छ: ||

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Narendra Tepan